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2 भद्दे, बदसूरत एक्टर कैसे बन सकते है ? नसीरुद्दीन और ओमपुरी का चेहरा देख भडकी शबाना

दोस्तों बॉलीवुड में हमेशा से ही एक्टर और लुक को देखकर उसे काम दिया जाता है. जिसका लुक अच्छा होता है उसे जल्द ही हीरो का रोल मिल जाता है लेकिन जिसक चेहरा थोडा खराब हो उसे कोई रोल नही मिल पाता है ऐसा ही कुछ 80 और 90 के दशक में देखने को मिला था.

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2 भद्दे, बदसूरत एक्टर कैसे बन सकते है ? नसीरुद्दीन और ओमपुरी का चेहरा देख भडकी शबाना

उस दौरान काफी एक्टर को अपने लुक के कारण कई तरह की बाते सुनने को मिली थी. उस दौरान ओम पूरी और नसीरुद्दीन शाह भी काम की तलाश में मुंबई आये थे. दोनों के चेहरे बहुत ज्यादा खराब थे. ओमपुरी और नसीरुद्दीन शाह को लुक की वजह से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था.

इस बात का खुलासा दोनों एक्टर ने अनुपम खैर के शो – द अनुपम खेर शो ” में किया था. उन्होंने बताया था कि कैसे उनके लुक की वजह से उन्हें बेइज्जत होना पड़ता था. उन्होंने शबाना आजमी द्वारा हुई उनकी बेइज्जती का जिक्र करते हुए पुराना किस्सा भी लोगो को सुनाया था.

ओम पूरी और नसीरुद्दीन जब बॉलीवुड में काम मांगने पहुंचे तो उनकी शक्ल देखकर शबाना आजमी बहुत गुस्सा हो गयी थी. शबाना उस समय की सबसे खुबसूरत एक्ट्रेस मानी जाती थी. जब उन्होंने नसीरुद्दीन और ओम पूरी को देखा तो उनके चेहरे देखकर भडक गयी और कहने लगी – ऐसी खराब शक्ल वाले लोग एक्टर बनने की जुर्रत कैसे कर सकते है.

2 भद्दे, बदसूरत एक्टर कैसे बन सकते है ? नसीरुद्दीन और ओमपुरी का चेहरा देख भडकी शबाना

अनुपम खैर ने दोनों की बात सुनकर कहा – हिन्दुस्तानी सिनेमा में उस वक्त लुक सबसे ज्यादा जरुरी होता था आपको इस बात का कॉम्प्लेक्स था. जवाब में नसीरुद्दीन शाह बोले – कॉम्प्लेक्स बिलकुल था लेकिन उस समय अमिताभ बच्चन और शत्रुधन सिन्हा जैसे एक्टर भी आ गये थे

जोकि खुबसूरत चेहरे वाले तो नही थे लेकिन दमदार एक्टिंग वाले जरुर थे. इसके बाद से ही फिर एक्टिंग के दम पर लोगो को काम मिलना शुरू हुआ था. नसीरुद्दीन ने कहा मैं जानता था मेरी शक्ल एक्टर जैसी नही है लेकिन फिर भी मैं आजतक इस बात के साथ जी रहा हूँ.

जब ओम पूरी ने बचाई थी नसीरुद्दीन शाह की जान

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ओम पूरी और नसीरुद्दीन दोनों ही पहले के जमाने से अच्छे दोस्त रह चुके है और दोनों ने एक साथ ही फ़िल्मी दुनिया में कदम रखा था. 1977 में दोनों फिल्म भूमिका की शूटिंग कर रहे थे. ये वह समय था जब नसीरुद्दीन और जसपाल की एक दुसरे से बनती नही थी

लेकिन फिर भी दोनों को साथ काम करना पड़ा था. इसी बीच दोनों में लड़ाई हुई और जसपाल ने नसीरुद्दीन की पीठ में चाकू मार दिया. उस समय ओम पूरी ने नसीरुद्दीन को अस्पताल ले जाकर उनकी जान बचाई थी.

 

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