भारत के सभी सड़क मार्ग पर लगेंगे सोलर पेनल 0 प्रतिशत चाइनीस

दोस्तों अब भारत के अंदर बहुत बड़े पैमाने पर एक नया काम शुरू होने जा रहा है। जहां पर हमारे जितने भी हाईवेज हैं, सड़क मार्ग हैं। उन सभी के साइड में और कुछ हाईवेज के बीच में सोलर पैनल्स को इंस्टॉल किया जाएगा, जिनकी वजह से ग्रीन क्रांति लाई जाएगी। कहने का मतलब यह है कि उन सभी सोलर पैनल से जो भी इलेक्ट्रिसिटी जनरेट होगी, उससे इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशंस को लगाया जाएगा और हाईवे से जुड़े जितने भी इलेक्ट्रिकल इक्विपमेंट्स है उन सभी को उसी इलेक्ट्रिसिटी से ऑपरेट किया जाएगा, जैसा कि अक्सर हम विदेशों में देखते हैं जहां पर कुछ रोडवेज को ही सोलर पैनल के बीच से बनाया गया और कुछ रोडवेज के साइड में सोलर पैनल उस को इंस्टॉल किया गया है।
यहां पर साउथ कोरिया की कंपनी भारत के साथ मिलकर के इस काम को करने वाली है और यह काफी न्यू टेक्नोलॉजी होगी। भारत के लिए न्यू टेक्नोलॉजी से मतलब यह है कि यहां पर इन सोलर कि मेंटेनेंस का ज्यादा ध्यान रखना पड़ता है तो इसके लिए उस आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा जो कि साउथ कोरियन कंपनी करने वाली है तो इस प्रोजेक्ट की सारी डिटेल्स | शुरुआती फेस में बात करें तो यहां पर साउथ कोरियन ग्लोबल ग्रीन ग्रोथ इंस्टीट्यूट के द्वारा भारत के राजमार्ग पर 250 मेगावाट के इन सोलर पैनल उस को इंस्टॉल किया जाएगा और जैसा कि हमने बताया कि यह इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन और अन्य उर्जा की आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए होंगे।
अब बात करते है आखिर वो कौन सा राजमार्ग है जहां पर इस काम को किया जाएगा | महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम मुंबई को नागपुर से जोड़ने वाले राजमार्ग की लंबाई 700 किलोमीटर के आसपास है। उसमें 250 मेगा वाट के सोलर पैनल मॉड्यूस को स्टॉल किया जाएगा। दोस्तों ये ऐसी कंपनी है जो करीबन 50 से भी ज़्यादा देशों के अंदर इन सोलर पैनल्स को सभी सड़क मार्ग में इनस्टॉल करने का काम करती है। वैसे यह प्रोजेक्ट काफी ज्यादा नया तो है नहीं। इसके ऊपर दो हजार अट्ठारह में ही बात की गई थी। इसी कंपनी के द्वारा लेकिन अब जाकर उसके ऊपर एक बहुत बड़ा प्रोजेक्ट फाइनल किया गया है |
। इससे हमारे वातावरण पर क्या प्रभाव पड़ेगा। कंपनी का कहना है कि यहां पर इनकी लाइफ साइकिल जो होगी। वह करीबन 25 साल के आसपास होगी, जिसे 10 मिलियन टन कार्बन का उत्सर्जन को रोकने में मदद मिलेगी। ऐसा 200 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा और इन्हीं सबके बीच में हमारा वातावरण काफी ज्यादा शुद्ध रहेगा और सबसे इंपोर्टेंट चीज हां पर आपको बताया कि कंपनी का कहना है जब यह कंपनी अपने इस प्रोजेक्ट पर इंडिया में काम करना शुरू करेगी। यह बिट्स इनवाइट करेगी और हमारे देश के अंदर जो भी सोलर मेनिफेक्चर करने वाली कंपनी से ही यह सोलर बाय करेगी। इससे यह होगा की मेक इन इंडिया को बूस्ट मिलेगा और न्यू कॉन्सेप्ट भारत के अंदर देखने को मिलेगा। बात करें इस प्रोजेक्ट की लास्ट डेट के बारे में तो 2022 तक इस प्रोजेक्ट को बना करके कंप्लीट किया जाना है। आप लोगों की क्या राय है। इसके बारे में कमेंट सेक्शन में जरूर बताइए।