पाकिस्तान ने इस चीज के एक्सपोर्ट के मामले में भारत और कहि देशो को पीछे छोड़ दिया क्या हे ऐसी चीज़ देखिये

हमें पता है कि आप में से किसी को थंबनेल पर विश्वास नहीं आया होगा। पर यह सच है कि पाकिस्तान ने भारत को एक चीज के एक्सपोर्ट के मामले में बहुत पीछे छोड़ दिया है और ना केवल भारत बल्कि पाकिस्तान बांग्लादेश पर भी इसके के मामले में बहुत आगे निकल चुका है। पर इस खबर को बताते हुए हमें समझ नहीं आ रहा कि भारतीय होने के नाते हमें खुश होना चाहिए या दुखी खैर खबर के बारे में बात करते हैं और खुश दुखी होना आप लोगों पर छोड़ते हैं। पाकिस्तान अपनी गधों के वोट के लिए वर्ल्ड फेमस है और पाकिस्तान दुनिया में गधे एक्सपोर्ट करने वाला सबसे बड़ा देश है। गधों के बाद अब पाकिस्तान लोगों का सबसे बड़ा फोटो बन चुका है। जी आपने सही सुना पाकिस्तान मीडिया हाउसों के छापे का आर्टिकल के मुताबिक पाकिस्तान मैन पावर एक्सपोर्ट लीडर के तौर पर भारत से आगे निकल चुका है। मतलब ले बस और काम कर लो। अब पाकिस्तान छोड़कर दूसरे देशों में काम और मजदूरी करने जा रहे हैं और यह संख्या भारत और बांग्लादेश दोनों से ज्यादा है।
यह डाटा 2020 का है और पिछले साल जहां भारत से 94105 लोग बाहर के देशों में गए थे। वहीं पाकिस्तान से 224705 लोगों का एक्सपोर्ट पाकिस्तान से किया गया था और पाकिस्तान अब गधों के एक्सपोर्ट के बाद मैन पावर के सपोर्ट में भारत से आगे निकलने की खुशियां मना रहे हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान से माइग्रेट होने वाले लोगों की 96% आबादी गल्फ कंट्री में जाती है। मतलब केवल 4% पाकिस्तानी लोगों को दुनिया के अन्य देशों में जगह मिलती है। जहां भारत से माइग्रेट होने वाले आधे से ज्यादा लोग डॉक्टर इंजीनियर स्टूडेंट्स ऑफ़ मैनेजमेंट पीर के होते हैं। वहीं पाकिस्तान से माइग्रेट होने वाले ज्यादातर लोग मजदूर कारीगर चाय पिया। ड्राइवर सोते हैं। यह बात हम इसलिए बता रहे हैं जिसे हम पाकिस्तानी न्यूज़ पेपर को क्वालिटी और क्वांटिटी के बीच का अंतर समझा सके।
इसी आर्टिकल में यह भी बताया गया है कि पाकिस्तान में अब मैन पावर के वोट को लेकर डीसी बनाई जा रही है और पाकिस्तान से लोगों को दूसरे देशों में भेजने के लिए अब साउथ कोरिया जापान जर्मनी और चाइना पर कौन सी ट्रेड किया जा रहा है और पाकिस्तान इतने लोग बाहर क्यों बेचना चाहता है। इसका रीजन है पाकिस्तान पर बढ़ रहा कर्जा पाकिस्तान की पूरी कमाई एक बहुत बड़ा हिस्सा माइग्रेंट वर्कर्स से आता है और दूसरे देशों में काम करने वाले लोग हर साल कमाया हुआ पैसा पाकिस्तान भेजते हैं। यह बात सभी को पता है कि पाकिस्तान में जॉब जॉब मैन्युफैक्चरिंग ना के बराबर है और इसलिए पाकिस्तान में मशीन से जुड़ी हुई लगभग हर चीज भारतीय फॉर डेड होती है और इतने बड़े इंपोर्ट के चलते पाकिस्तान का बहुत बड़ा रेवेन्यू तुरंत जैसे देश की उस लेते हैं इसलिए करता चुकाने के लिए पाकिस्तान की सरकार के पास बहुत कम पैसा ही बसता है और इसी सूरत में माइक रेपिडवर्कर्स द्वारा कमाया हुआ पैसा सबसे अच्छा ऑप्शन होता है। बैंक बैलेंस बढ़ाने का हम भारतीयों को पाकिस्तान की इस जीत से इसलिए भी फर्क नहीं पड़ता क्योंकि भारत में बढ़ रही मैन्युफैक्चरिंग से लोगों को भारत में ही रोजगार मिल जाता है।
हालांकि इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि चोरी पड़ोसी की दी हुई पनौती की वजह से कई लोगों के रोजगार चले गए। पर भारत की इकोनामी फिर धीरे-धीरे अपने पैरों पर खड़ी होगी और मेक इन इंडिया के लिए बहुत से भारतीयों की जरूरत पड़ेगी। हम को सबसे ज्यादा हंसी इस न्यूज़पेपर की हेडिंग डिस्प्ले पिक्चर को देखकर आई जिसमें एक तरफ पाकिस्तान द्वारा भारत कोविड-19 की बात की गई थी और दूसरी तरफ जो वाइट। इमरान खान की एक दूसरे की तरफ देखते हुए फोटो डाली गई थी।