नितिन गडकरी चाहते है इस परियोजना का समय पर समापन और मुद्रीकरण | ₹3.26 लाख करोड़ लागत

दोस्तों भारतमाला प्रोजेक्ट से जुड़ी अभी काफी बेहतरीन अपडेट निकल कर आ रही है। लेकिन उससे पहले लेट मी टेल यू यह जो प्रोजेक्ट है यह इंडिया का काफी ज्यादा प्लासिक वाला प्रोजेक्ट है बिकॉज़ प्रोजेक्ट टेंडर तो पूरे भारत में लगभग 65 हजार किलोमीटर ऑफ़ हाईवे नेटवर्क को बिल किया जा रहा है और हाल ही में अब यहां पर यूनियन मिनिस्टर नितिन गडकरी जी ने कुल 22 प्रोजेक्ट की समीक्षा की है।
उन्होंने इन 22 प्रोजेक्ट का अपडेट मांगा है और उन्हें कहा है कि यह है कि 2023 से 2025 के बीच में कंप्लीट होना ही चाहिए और और औथ्योरिटिस से कहा है कि अभी डेडलाइंस पर तुम्हें काम करना है।
उन्होंने जो प्रोजेक्ट को रिव्यू किया है, उसमें शामिल है फाइव ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे दिन 17 एक्सेस कंट्रोल ग्रीन फील्ड हाई वे जो कि भारत माला प्रोजेक्ट का ही पार्ट है तो टोटल लगभग 22 प्रोजेक्ट के उन्होंने समीक्षा की है जिस की टोटल लंबाई है 8000 किलोमीटर से ज्यादा की और इसकी टोटल कॉस्ट है।
3.26 लाख करोड़ रूपीस और काफी अच्छी बात भी है बिकॉज़ अगर हमने हमारे देश के बड़े-बड़े एक्सप्रेस वे हाईवे जैसे कि दिल्ली-मुंबई, ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, दिल्ली, कटरा, बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, देहरादून, नागपुर, विजयवाड़ा, इंदौर, हैदराबाद ऐसे तमाम प्रोजेक्ट की समीक्षा अगर हम नहीं करते तो इसमें काफी ऐसा भी चांस है कि माल प्रैक्टिस शुरू हो जाएंगी या फिर कॉन्ट्रैक्टर्स कुछ हेरा फेरी कर सकते हैं
या फिर वोस्ट सिनारियो में यहां पर यह प्रोजेक्ट सालों तक रख सकते है बिकॉज़ यह प्रोजेक्ट की जो मेग्नीट्यूड है तो वह काफी ज्यादा है कम्पयेर एनी अदर प्रोजेक्ट इसी को लेकर अब उन्होंने छोटी सी छोटी डिटेल का प्रेजेंटेशन मांगा है। चाहे वह प्रेजेंट स्टेटस ऑफ़ अवार्ड हो या फिर बिल्डिंग प्रोसेस जो भी उनको मुश्किलें फेस करनी है, वह भी उन्होंने पूछा द फ्री कंस्ट्रक्शन एक्टिविटीज एस्पेशली लैंड एक्विजिशन को लेकर बिकॉज़ इंडिया में लैंड एक्विजिशन यह काफी बड़ा इशू हो जाता है।
इसके अलावा एनवायरमेंट क्लीयरेंस क्लीयरेंस की भी उन्होंने जो भी स्टेटस है वह सब को रिमूव किया एंड फाइनली एक प्रेस के दौरान उन्होंने कहा कि अब यहां पर जो भी इशू है। जल्द से जल्द उन्हें सॉल्ट आउट करने की कोशिश की जानी चाहिए। एस्पेशली यहां पर स्टेट पेसिफिक जो भी मैटर होते हैं तो यहां पर स्टेट को जल्द से जल्द इंवॉल्व होना चाहिए।
सो दैट के प्रवेश ज्यादा डिले ना हो पाए और उन्हें फिरता सब कहां की है जो 22 प्रोजेक्ट है से तो 2023 से लेकर 2025 तक विद हाई क्वालिटी यह कंप्लीट होना ही चाहिए।
विद अंदर डेडलाइन उन्होंने इस बात पर भी काफी ज्यादा स्ट्रेस किया उन्होंने कहा कि यह जो भी प्रोजेक्ट से इनका टाइमली मोनेटाइजेशन हो जाना चाहिए जैसे यह प्रोजेक्ट कंप्लीट होते हैं तो जल्द से जल्द इनका मोनेटाइजेशन कर दिया जाए और साथ में जो भी हम रोड यूजर्स के लिए फैसिलिटीज डवलप करेंगे हमारे अपकमिंग हाईवेज में तो इससे भी हम और ज्यादा वैल्यू को कैप्चर कर सकते हैं।
वैसे यहां पर गडकरी जी ने तो बोल दिया है कि डेडलाइन में ही यह प्रोजेक्ट कंप्लीट हो जाना चाहिए लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि क्वालिटी से कोम्प्रोमाईज़ किया जाए। यहां पर तो उन्होंने साफ-साफ कहा है
कि क्वालिटी से अब कोई भी कंप्रोमाइज नहीं कर सकता। बिकॉज़ ऑलरेडी काफी सारी इनीशिएटिव्स लिए जा रहे है । NHI द्वारा लिए जा रहे हैं नीचे द्वारा चाहे ड्रोन से निगरानी हो या फिर ऑफिस द्वारा इंस्पेक्शन ऐसे कई तमाम इनीशिएटिव्स लिए गए हैं। नीचे द्वारा ताकि वर्ल्ड क्लास हाईवे इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवेलप कर सके और यह मिनिस्टर फाइनली कहा है। इ
स साल का घर में आपको बताओ कि कितने लाख करोड़ के कांटेक्ट दिए गए हैं तो अस ऑफ़ मार्च 31 का जो लेटेस्ट डाटा निकल के आ रहा है 2021 का तो उसके हिसाब से यहां पर तो लगभग 9.2 लाख करोड रुपीस के हाईवे कांटेक्ट ऑलरेडी अंडर इंप्लीमेंटेशन कि स्टेज में है और इसी करंट फाइनेंशियल ईयर में मैं आपको याद होगा कि गडकरी जी ने भी कहा था कि इस बार का हमारे जो टारगेट होगा तो वह होगा 40 किलोमीटर पर डे इज रफ्तार से हम हाईवे के कंस्ट्रक्शन को करेंगे जो कि पूरे वर्ल्ड में सबसे ज्यादा हाईएस्ट है धन्यवाद |