जिसका भारत को डर था वहीं हुआ प्रधान मंत्री मोदी

कैपिटोल हिल की घटना के बाद बेशक डोनाल्ड ट्रम्प इतिहास में बुरे कामों के लिए याद रखे जाएंगे मगर जहाँ तक भारत का सवाल है इस चीज से तो बिलकुल ही नही नकारा जा सकता है की आज भारत और अमेरिका के इतने करीबी सम्बंधो के पीछे अमेरिका के अभी के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का एक बड़ा हाथ है फिर वो चाहे पाकिस्तान मिलिट्री असिस्टेंटस और एड दोनों पर रोक लगानी हो या भारत जोकि एक नॉन नाटो देश होते हुए भी उसके साथ डिफेन्स स्थापित करने के लिए अपने कानून और प्रोटोकॉल में बड़े फेर बदलाव करने हो !
डोनाल्ड ट्रम्प ने बाकइ भारत और अमेरिका को करीब लाने के लिए बड़े कार्य किये है जो बाइडेन और कमला हैरिस के प्रेजिडेंट और वायस प्रेजिडेंट चुने जाने के बाद से ही इस बात की आशंका जताई जा रही थी की आने बाले समय में भारत के लिए यह दोनों ही कुछ न कुछ मुश्किलें तो जरूर खड़ी करने बाले है क्योंकि जो बाइडेन और कमला हैरिस दोनों ही भारत के आर्टिकल 370 में भारत और भारत के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी की कड़ी आलोचना कर चुके है मगर कुछ एक्सपर्ट ऐसे भी थे जो इस बात की दलील दे रहे थे की अब अमेरिका और इंडिया के टाइगर्स उस मुकाम तक पहुँच गए है की यहाँ से पीछे मुड़कर नही देखा जाएगा मगर आज की डेट में जब प्रेजिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन ने अब भी अपना प्रेजिडेंट ऑफिस नही सम्भाला है उनकी यह दलील बिलकुल फेल होते दिखाई दे रही है , क्योंकि जो बाइडेन ने अब ऐसा बड़ा फैसला ले लिया है जो यह साफ़ दर्शाता है की जो बाइडेन और कमला हैरिस दोनों ही अमेरिका की फ़ौरन पॉलिसी को अपने इंट्रस्ट के अकोर्डिंग जरूर मुड़ने बाले है जिसमे भारत कहाँ फिट बैठेगा उसके बारे में आज की डेट में कुछ भी नही कहा जा सकता !
जो बाइडेन 20 जनवरी को अमेरिका के नए राष्ट्रपति पद की शपथ लेने बाले है जिसके लिए उन्होंने एक बड़ी गेस्ट लिस्ट भी तैयार की है और आपको यह जानकार हैरानी होगी की फिलहाल तो इस लिस्ट में किसी भी भारतीय नेता का नाम सामने नही आया मगर अभी तक दो पाकिस्तान नाम टॉप प्रायोरिटी पर सामने निकल कर आ रहे है ! दरअसल विओन वर्ल्ड इज वन न्यूज़ मीडिया से यह खबर सामने निकला कर आ रही है की अमेरिका के प्रेजिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन ने अपने राष्ट्रपति पद की शपथ समारोह में पाकिस्तान की अपोजिशन पार्टी पाकिस्तान पीपल पार्टी के चेयर पर्सन विलावल भुट्टो और उनके पिता पूर्व प्रेजिडेंट आसिफ अली सरदारी दोनों को ही न्योता भेजा है और वाशिंगटन आने के लिए आमंत्रित किया है रिपोर्ट्स के मुताबिक़ विलावल भुट्टो फंक्शन अटेंड करने जा सकते है मगर उनके पिता आसिफ अली सरदारी पर एक इनक्वायरी चल रही है जिसकी बजह से वो देश के बाहर नही जा सकते है इसलिए जो बाइडेन की शपथ समारोह में वो फिलहाल नही जा सकते अब यह भारत के लिए बुरी खबर है क्योंकि आसिफ अली सरदारी गवर्नमेंट और बराक ओबामा एडमिनिस्ट्रेशन के काफी अछे सम्बंध थे ठीक वैसे जैसे डोनाल्ड ट्रम्प और pm मोदी के कार्य काल में आज के समय में अमेरिका और भारत के है जो बाइडेन बोराक ओबामा और एडमिनिस्ट्रेशन में वायस प्रेजिडेंट हुआ करते थे इसलिए उनके उस समय के पाकिस्तान प्रेजिडेंट आसिफ अली सरदारी के साथ अच्छे सम्बन्ध थे जिस से उन्होंने आसिफ अली सरदारी और उनके बेटे विलावल भुट्टो को अपने शपथ समारोह में आमंत्रित करके पुरानी अमेरिका और पाकिस्तानी अलाइंस की यादें तजा कर दी है !
इससे पहले कई एक्सपर्ट कह रहे थे की चाइना को टार्गेट करने के लिए अमेरिका को भारत का साथ चाहिए इसलिए जो बाइडेन को भी अमेरिकन इंट्रस्ट को देखकर भारत के साथ अच्छे सम्बंध रखने ही पड़ेंगे वैसे यह चीज तो आने बाला वक्त ही बताएगा की जो बाइडेन की चाइना को लेकर क्या अप्रोच रहेगी क्योंकि उसी के आधार पर भारत के साथ अमेरिका के रिश्ते आगे बढ़ेंगे मगर पाकिस्तानी लीडर को इनविटेशन भेजकर जो बाइडेन ने एक चीज तो बिलकुल साफ़ कर दी है की बेशक वो अमेरिकन हितों की रक्षा करने के लिए राष्ट्रपति चुने गए है मगर जिस तरह डोनाल्ड ट्रम्प का अलग अलग चीजों को लेकर अपना पर्सनल ओपियन था ठीक उसी तरह जो बाइडेन की भी अपनी पर्सनल राय या ओपिनियन होने बाला है जोकि डोनाल्ड ट्रम्प से काफी अलग है ! वैसे कैपिटोल हिल की घटना और जो बाइडेन पाकिस्तानी लीडर को इनविटेशन के बाद आपको दोनों में से कौन ज्यादा पसंद है जो बाइडेन या डोनाल्ड ट्रम्प ? नीचे कमेंट करके बताएं ! ! थैंक्यू !