एक वृद्ध ट्रेन में सफर कर रहा था, संयोग से वह कोच खाली था। तभी 8-10 लड़के उस कोच में आये और बैठ कर मस्ती करने लगे।

एक बार की बात है एक बूढ़ा आदमी ट्रैन में सफर कर रहा था। और संयोग से ट्रैन का वह डिब्बा पूरा खाली था। गाड़ी जैसे ही अगले स्टेशन पर रुकी उसमे 8-10 लड़के चढ़े और मस्ती करने लगे।
उनमे से एक को मस्ती सूजी और बोला की चलो जंजीर खींचते है , दूसरे ने कहा की बिना वजह जंजीर खींचने पर यहाँ 500 रुपये जुर्माना लिखा है। इतने में तीसरा बोला की अपन इतने जाने है सभी मिल कर चंदा इकठ्ठा कर लेते है।
सभी से चंदा इकठ्ठा किया तो 500 की जगह 1200 रुपये जमा हो गए। जिसमे 3 नोट 200 के थे 2 पचास के और बाकि नोट सौ के थे।
चंदा लेकर पहले लड़के ने अपनी जेब में रख दिया। उनमे से तीसरे लड़के ने बोला की चलो जंजीर खींचते है अगर कोई कुछ पूछता है तो बोल देंगे की जंजीर इस बूढ़े ने खींची है जिस से किसी को कुछ देना भी नहीं पड़ेगा और अपने पैसे भी बच जायेंगे।
पास ही बैठे बूढ़े आदमी ने हाथ जोड़ कर बोला की -”मेने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है मेरे साथ ऐसा क्यों कर रहे हो। मुझे क्यों फ़साना चाहते हो। ”
लेकिन उस बूढ़े की किसी ने एक नही सुनी । जंजीर खीची गई। टीटी आया सिपाही को साथ लेकर , पूछने पर लड़कों ने एक स्वर से कहा, “बूढे ने जंजीर खीची है।”
टी टी बूढ़े से बोला, “शर्म नही आती इस उम्र में ऐसी हरकत करते हुए?”
बूढ़े ने हाथ जोड़ कर कहा, “साहब” मैंने जंजीर खींची है, लेकिन मेरी बहुत मजबूरी थी। किसी कारण से मेने जंजीर खींची है। ”
टीटी ने पूछा, “क्या मजबूरी थी?”
बूढ़े ने बड़े ही दुखी स्वर में कहा साहब मेरे पास केवल 1200 रु थे, जिसे इन लड़को ने छीन लिए और इस पहले लड़के ने अपनी जेब मे रखे है।” जिसमे 200 के तीन नोट, 2 नोट पचास के बांकी सब 100 के हैं।
अब टीटी ने पास खड़े सिपाही से कहा, “इसकी तलाशी लो”.
लड़के के जेब से 1200रु बरामद हुए, जैसा बूढ़े ने कहा वैसे ही नोट मिलाये गए। और बूढ़े की बात सच सबित हुई।
जिनको वृद्ध को वापस कर दिया गया और लड़कों को अगले स्टेशन में पुलिस के हवाले कर दिया गया।
पुलिस के साथ जाते समय लड़के ने वृद्ध की ओर घूर के देखा तो वृद्ध ने सफेद दाढ़ी पर हाथ फेरते हुए कहा –
“बेटा, ये बाल यूँ ही सफेद नही हुए है!”