अपने ही जाल में फसी पाकिस्तान की सेना | क्या खत्म होने वाला है पाकिस्तानी सेना का दबदबा ?

पाकिस्तान में जो पोलिटिकल टर्मोइल चल रही है आई ऍम शेयोर आपने कई सारी विडियो देखी होगी ! लेकिन उस पोलिटिकल टर्मोइल के बीच में हम डिसकस करने बाले है एक बहुत ही इंट्रस्टिंग टॉपिक ! पाकिस्तान की मिलिट्री की dominance का क्या होगा ? पाकिस्तान की मिलिट्री की इन्फ्लोयेंस का क्या होगा इस कम्पलीट पोलिटिकल टर्मोइल में !
हम यहाँ पर डिस्कस करेंगे एक खास इवेंट जोकि पूरे पोलिटिकल टर्मोइल के दौरान हुआ है जिसको देख के ऐसा लगता है की पाकिस्तान की सेना अपने ही बुने हुए जाल में एक तरीके से फस चुकी है ! तो चलिए स्टार्ट करते है !सो इस पूरे इंसिडेंट को समझने के लिए हमे समझना होगा इस पूरे इंसिडेंट की शुरुआत को !
सितम्बर मिड के आस पास की बात है पाकिस्तान में एक ओल पार्टी कांफ्रेंस हुआ था ! सो ये आप ऐसा मान सकते है की पाकिस्तान में जो फिलहाल रूलिंग पोलिटिकल पार्टी है इमरान खान बाली उसके खिलाफ सेंटिमेंट काफी लम्बे समय से बढ़ रहे थे लेकिन यह 20 सितम्बर को जब आल पार्टीज कांफ्रेंस हुआ सो कई सारी यहाँ पर विपक्ष की पार्टीज थी जो विपक्षी दल थे उन्होंने मिलकर एक कांफ्रेंस होल्ड किया और किस कांफ्रेंस को होस्ट किया गया था पाकिस्तान peoples पार्टी के द्वारा ppp!
इसमें कईअपोजिशन पार्टी ने हिस्सा लिया पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज , ज्माईत उलेमा ए इस्लाम फज्त बगेरह बगेरह !इस पर्टिकुलर कांफ्रेंस में यहाँ पर क्या हुआ की एक पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट के मान से एक नई मूवमेंट का नाम रखा गया , एक नई मूवमेंट को जन्म दिया गया ! इसमें यह कहा गया की हम एक 26 पॉइंट का रेजुलेशन लेने बाले है और इसमें जितने भी विपक्षी दल यहाँ पर मिले हुए है और इस पर्टिकुलर मूवमेंट का एक ही मकसद था की हम पूरे देश भर में प्रदर्शन करेंगे अगेंस्ट होम अगेंस्ट दी करंटली रोलिंग पोलिटिकल पार्टी देट इस पाकिस्तान देहरिक ए इन्साफ जोकि इमरान खान की पार्टी है हम इस पर्टिकुलर पार्टी के खिलाफ प्रदर्शन करने बाले है !
यहाँ पर जो ये पर्टिकुलर संकल्प यहाँ पर लिया गया था उस रेजुलेशन के मेन पॉइंट क्या था ? रेजुलेशन में यह कहा गया था की जो इमरान खान की गवर्मेंट है इसको यहाँ पर फेक स्टेबिलिटी दी गई है by the army की वैसे यह गवर्मेंट स्टेबल है नही लेकिन आर्मी का इसके उपर हाथ है जिसकी बजह से इस गवर्मेंट को स्थाई बनाया गया है अल्सो यहाँ पर कई सारे ऐसे चुनाव हुए है जिसने आर्मी ने दखल अंदाजी की है चुनावों के साथ जिसके चलतेइस पर्टिकुलर गवर्मेंट के खिलाफ है और यह कहा गया था की बहुत ज्यादा बड़ी चिंता की बात है की जो इंटरफेरेंस आर्मी है कंट्री के इंटरनल अफेयर में अंदरूनी मामलों में वो काफी तेज़ी से बढ़ रही है ! इन सब के चलते यह बाला रेजुलेशन यहाँ पर लिया गया था !
इन्फेक्ट इस पर्टिकुलर रेजुलेशन के तहत जब प्रदर्शन की बात आई तो यह भी कहा गया की हम नॉन कॉपरेशन मूवमेंट को स्टार्ट करेंगे ! असहयोग आन्दोलन को स्टार्ट किया जाएगा और बहुत ही आउट राइटली कहा गया की पार्लिमेंट जो है वो एक रबड़ स्टेम्प बन चुकी है और इन्फेक्ट जो PDM ने यानिकी पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट नेमिलकर यह भी कहा की हम आने बाले टाइम में गवर्मेंट का सहयोग नही करेंगे विधायकी प्रक्रिया में यानिकी किसी भी तरह का अगर यहाँ पर किसी भी तरह का लेजिस्टेट प्रोसेस होगाबिल फोमुलेट करने का , बिल पास करने कातो हम वहां पर आपके साथ नही है !
सो बेसिकली आप देख सकते है की आल इन आल जो विपक्षी दल थे उन्होंने हर तरह का लीगल ऑप्शन को यहाँ पर एक्स्प्लोर करते हुए यह कह दिया की हम जी आपके साथ नही है और साथ में हम कोल्लेक्टिव रेजिग्नेशन भी देंगे फ्रॉम असेंबली at an एप्रोप्रियेट टाइम की आने बाले टाइम जो विधानसभा होगी हम वहां से भी अपने इस्तीफा आपको सोंप देंगे !इन्फेक्ट वैरी वैरी इंट्रस्टिंगली आप देखें पाकिस्तान के जो पुराने PM नवाज शरीफ जोकि कई बार PM रह चुके है वो भी एक बार के लिए जो की पिक्चर से निकल चुके थे HE CAME BACK INTO THE PICTURE इन्फेक्ट इस पर्टिकुलर मल्टी पार्टी कांफ्रेंस को उन्होंने विडियो कांफ्रेंसिंग के थ्रू एड्रेस किया !
इन्होने साफ़ साफ़ बोल दिया की मिस्टर खान यहाँ पे जो है अपोजिशन पार्टीज है यह दे आर नोट बेसिकली दे हेव बरौट इनेफ्फिसेंट मैन टू पावर ! एंड मोस्ट इम्पोर्टेंट जो में मानता हूँ इनके द्वारा टिपणी की गई थी देट वाज दिस वन !देखिये अगर आपने पाकिस्तान को पहले फोलो किया है तो आपको एक पर्टिकुलर फ्रेज है जो पाकिस्तान के लिए इस्तेमाल होता है देट इज द स्टेट विद इन अ स्टेट ठीक है ! तो यह बाला फ्रेज पाकिस्तान में काफी लम्बे समय से यूज़ होता था इन्फेक्ट जब नवाज शरीफ की गवर्मेंट थी तब भी यह फ्रेज यूज़ होता था यानिकी स्टेट के अंदर आर्मी है !
आर्मी यह सारे फैसले ले रही है स्टेट के लिए लेकिन यहाँ पर नवाज शरीफ के द्वारा जो स्टेटमेंट दिया गया है आपके अंदर जो आर्मी है वो एक्चुली उपर हो चुकी है और जो आपकी नागरिक सरकार है जो सिविलयन गवर्मेंट है वो असल में आर्मी के अधीन आ चुकी है !सो इट वाज अ वैरी ओपन वैरी फ्रन्टल अस्सोल्ट ऑन द पाकिस्तान मिलिट्री अल्सो और यह भी कहा की जो पाकिस्तान की डेमोक्रेसी है यह एक तरीके से हायब्रिड डेमोक्रेसी मोडल में चल रही है !
यहाँ पर साफ़ साफ़ विना किसी आप कह सकते है शब्दों का मिंज करते हुए इन्होने डायरेक्टली ब्लेम किया आर्मी के जो करंट चीफ है जनरल कमर बाजवा है और उनके जो ISI में जो उनके सबसे इम्पोर्टेंट इंसान है फैज हमीद दोनों को ब्लेम किया जोकि पाकिस्तान को फिलहाल खराब कर रही है !ओविय्सली यहाँ पर पाकिस्तान की आर्मी चुप नही बैठने बाली थीऔर अब में आपको वो बाला इंसिडेंट बताने बाला हूँ जब पाकिस्तान की आर्मी एक दायलीमा में फस चुकी है वो करे तो क्या करें !
पाकिस्तान ने बदले में क्या किया आर्मी ने ! आर्मी ने यहाँ पर जो नवाज शरीफ के साथ , जो नवाज शरीफ के दमाद कह सकते है कैप्टन सफ़दर को उनको जाकर अरेस्ट किया ! अब इनको अरेस्ट करने का जो तरीका था उसको ध्यान से सुनिए ! क्या हुआ ये बात 20 या 21 अक्टूबर के आस पास की बात है इस दिन क्या हुआ पाकिस्तान आर्मी के दो कर्नल एक रेंजर , रेंजर आपने सुना होगा जैसे भारत में BSF है वेसे पाकिस्तान में रेंजर है यह उनकी पेरामिलिट्री फ़ोर्स है और दूसरी ISIS है जोकि उनकी ख़ुफ़िया एजेंसी है दो कर्नलज इन दोनों फ़ोर्सज से गये किसके पास सिंध पुलिस के IG के पास गए ! सिंध पुलिस के IG को इन्होने गन पॉइंट पे सफदर के अरेस्ट वोरेंट का जो वोरेंट इशु करने को कहा !
नाउ व्हट वाज द रिक्वायरमेंट ऑफ़ शोइंग गन पॉइंट ये किसी को नही मालूम था ! एक अछे खासे एक हाई लेवल के पुलिस ऑफिसर के पास जा रहे है यहाँ पर उन्होंने सफ़दर के खिलाफ वोरेंट इशु करवाया ! उनको लगा की हम सिंध के IG को जैसा बोलेंगे वो वैसा कर देंगे ! इस पूरे देश में चलती तो आर्मी की ही है लेकिन ऐसा हुआ नही यह देख सकते है आप !
27 अक्टूबर की खबर है दिस इज केप्टन सफ़दर यहाँ पर इसको अरेस्ट कर दिया गया ! बदले में क्या हुआ दिस पर्सन शी इज दी डॉटर ऑफ़ नवाज शरीफ एंड दी वाइफ ऑफ़ दी केप्टन सफ़दर देट इज मरियम नवाज ! आपने इनके बारे में नाम सुन लिया होगा ! पाकिस्तान सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों का तीसरी बड़ी रैली इमरान पर बरसी मरियम नवाज ! उन्होंने कहा की आपने किस तरीके से यहाँ पर पाकिस्तान आर्मी को इतनी पावर दे रखी है की वो सिंध पुलिस के IG को जाके गन पॉइंट पर यह करवा सकते है इन्फेक्ट इन्होने और भी कई मुद्दे उठाए जोकि हम इस में कवर नही करने बाले है !
इसके बाद होता क्या है एक तरफ यहाँ पर आ गई मिलिट्री दूसरी तरफ आपकी आ गई पुलिस ! दोनों ही जो है युनिफौंड फोर्सेज है ओविय्सली पुलिस भी यहाँ पर डक नही करने बाली थी ! सिंध IG ने क्या किया उन्होंने कहा की मैं यहाँ पर छुट्टी पर जाने बाला हूँ इन प्रोटेस्ट ! इनके पीछे कई सारे स्टेट के पुलिस ऑफिसर वो भी छुट्टी पर चले गए DIG , AIG लेवल के लोग छुट्टी पर चले गए और छोटे रेंक के ऑफिसर SHO, ASI सभी लोगों ने यहाँ पर छुट्टी लेनी शुरू कर दी की हम भी छुट्टी पर जा रहे है !सो अब क्या हुआ की यहाँ पर पुलिस बालों के पास भी एक तरीके से बहुत बड़ी एक आर्मी इकठी हो गई थी जोकि खड़ी थी किसके खिलाफ , मिलिट्री के खिलाफ की आपने हमारे सिंध पुलिस के IG के खिलाफ ऐसे कैसे कर दिया ? अब मिलिट्री और पुलिस स्टेट के दो बड़े ओरगनज है जोकि आपस में अब भिड़ चुके है !
सो यहाँ पर पाकिस्तान की जो सेना है वो अपने ही जाल में फस चुकी है क्यों ? क्योंकि देखिये अगर आज की डेट में वो बेक डाउन करते है की यह बोलकर की हमने गलत किया की इसका मतलव हम वीक है हम कमजोर है लेकिन अगर वो यहाँ पर पुलिस के खिलाफ बहुत ज्यादा फोर्सेज लेके चले जाते है अगर ये फ़ोरवर्ड मूव करते है उस केस हू वाज टू से की पाकिस्तान की पुलिस को वो कंट्रोल करेंगे !
अभी सिंध के IG ने यहाँ पर छुट्टी ली है हो सकता है कल को पंजाब का IG फोल्लो करे , हो सकता है कल को किसी और राज्य का IG फोल्लो करे ! 2007 में जब पाकिस्तान परवेज मुशरफ के अंडर चल रहा था उस टाइम पर सिमिलर चीज हुई थी क्योंकि यहाँ पर उस टाइम पर जो चीफ जस्टिस थे इफ्तिखार चौधरी इनको यहाँ पर कहा गया था की आप हमारा कुछ काम करिये लेकिन उन्होंने करने से मना कर दिया! and he refused to quit after being ordered by the then military head of state parvez musharraf and जब इन्होने रेफियुज किया इनके पीछे सारी की सारी न्यायपालिका कहने लगी की हम भी इफ्तिखार चौधरी के साथ है और इस पर्टिकुलर इवेंट का जो अल्टीमेट एंड हुआ था वो क्या हुआ था की मुशरफ का यहाँ पर ओउस्टरहुआ था !
सो आप एक कम्प्लीट ओरगन के खिलाफ नही जा सकते अगर सेम चीज अब होती है सो नाउ यहाँ पर यह फैसला किसको लेना है यह डिलेमा किसके उपर आया है पकिस्तान के आर्मी चीफ के उपर आया है बाजवा के उपर ! अगर बाजवा यहाँ पर किसी छोटे ऑफिसर को स्केपगोट बनाके बोल देता है की जी गलती उसकी है इस केस में बाजवा के नेत्रित्व के उपर बहुत बड़ा सवाल आ जाएगा ! लेकिन अगर बाजवा यहाँ रिस्पोंसिबलिटी ले लेता है की गलती आर्मी की थी फिर तो पूरा का पूरा सीन ही खत्म क्योंकि आर्मी यहाँ पर गलती मान लेता है इसका मतलव पाकिस्तान के जो चीफ है , आर्मी चीफ बाजवा ही विल डेफिनेटली हैव टू रिजाइन सो पाकिस्तान सेना इज इन अ ह्यूज ह्यूजस्टेट ऑफ़ डिलेमा दिस इज अ वैरी वैरी इंट्रस्टिंग टर्न ऑफ़ इवेंट्स !अब देखना बाकी है की पाकिस्तानी मिलिट्री विल रिस्पोंड टू दिस !
अगर आप देखें तो मिलिट्री कुछ करे न करे पाकिस्तान में लेकिन मिलिट्री का डरहमेशा बना रहता था अभी क्या है की पाकिस्तान की मिलिट्री का डर भी कम हो रहा है क्योंकि यहाँ पर बहुत सारी डीफाइंज हुई है पाकिस्तान की पुलिस के द्वारा !क्योंकि यह डीफाइंज हो रही है , यह सब हो रहा है इसका मतलव की आर्मी का यहाँ पर डर कम हो रहा है अगर लोग वाकई में सभी लोग पाकिस्तान की आर्मी के खिलाफ खड़े हो जाते है जो करंट हाईब्रिड रिजीम है स्टेट , अवोब स्टेट जोयहाँ पर चल रहा है उसका आल मोस्ट दी एंड हो सकता है !
फाईनली कमेंट टू द मेन कोशन जिसके आधार पे हमने इस विडियो को स्टार्ट किया था की क्या पाकिस्तान की मिलिट्री की डोमिनस वाकई में खत्म होने बाली है ? सो इसका उतर होगा हार्डली नही खत्म होगी ठीक है ! इसमें क्या होगा अभी क्या है की अभी जो हम वलेंस की बात करें तो ज्यादातर जो सत्ता है वो असल में झुकी हुई है मिलिट्री के फेवर में ! लेकिन अगर यहाँ पर एक नइडेमोक्रेटिक मूवमेंट स्टार्ट हुई है और जो करंट गवर्मेंट को निकालने की बात चल रही है उसके थ्रू क्या पोस्सीबल है की जो पाकिस्तान की मिलिट्री की जो पावर कम हो सकती है , खत्म नही हो सकती ठीक है और ये किसपे डिपेंड करेगा यह डिपेंड करेगा जो अभी आने बाली नयी पोलिटिकल पार्टी जोकि फिलहाल फाईट कर रही है पोलिटिकल टर्मोइल में ! क्योंकि पाकिस्तान एक पोलिटिकल टर्वोलेंस के मोड़ पर चल रहा है यहाँ पर इनके उपर डिपेंड करेगा की क्या यह मिलिट्री के साथ कोई डील करते है या फिर क्या यह मिलिट्री को साफ़ साफ़ बोल देते है की अब आपका रोल इतना ही होगा , इतना ही इसमें सिमित होगा !